11 जुलाई 2025
विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट |
विंबलडन 2025 एक ऐसा ग्रैंड स्लैम बनकर उभरा है जिसे टेनिस प्रेमी वर्षों तक याद रखेंगे। यह टूर्नामेंट नई प्रतिभाओं के उभरने, भावनात्मक जीतों और ऐतिहासिक पलों से भरपूर रहा। लंदन के ऑल इंग्लैंड क्लब में आयोजित यह प्रतिष्ठित आयोजन इस बार टेनिस की बदलती तस्वीर और भविष्य की झलक लेकर आया।
पुरुष एकल: नई प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत
सिन्नर ने जोकोविच को चौंकाया
विश्व नंबर 1 जानिक सिन्नर ने दिग्गज खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को सीधे सेटों में हराकर इतिहास रच दिया:
6-3, 6-3, 6-4
जोकोविच पिछले राउंड में लगी जांघ की चोट के कारण असहज नजर आए।
यह सिन्नर का पहला विंबलडन फाइनल है और लगातार चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल, जो इस खेल में एक पीढ़ीगत बदलाव की ओर इशारा करता है।
अल्कराज ने फ्रिट्ज को हराया
गत विजेता कार्लोस अल्कराज ने टेलर फ्रिट्ज को चार सेटों में हराया:
6-4, 5-7, 6-3, 7-6(4)
मैच के दौरान गर्मी (30°C से ऊपर) के कारण दो दर्शकों को मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ा, जिससे खेल कुछ समय के लिए रुका।
महासंग्राम: अल्कराज बनाम सिन्नर
13 जुलाई, रविवार को पुरुष फाइनल में अल्कराज और सिन्नर आमने-सामने होंगे।
यह मुकाबला फ्रेंच ओपन फाइनल की रीमैच है और टेनिस की नई युग की शुरुआत मानी जा रही है।
महिला एकल: साहसिक प्रदर्शन और दबदबा
अनीसिमोवा का बड़ा उलटफेर
अमेरिका की उभरती स्टार अमांडा अनीसिमोवा ने वर्ल्ड नंबर 1 आर्यना सबालेंका को तीन सेटों के मुकाबले में चौंका दिया:
6-4, 4-6, 6-4
सिर्फ 23 साल की उम्र में वे 2004 के बाद सबसे युवा अमेरिकी महिला बनीं जो विंबलडन फाइनल में पहुंची हैं।
श्वियोंटेक का पहला विंबलडन फाइनल
टॉप सीड इगा श्वियोंटेक ने सेमीफाइनल में बेलिंडा बेनसिच को आसानी से हराया:
6-2, 6-0
क्लेकोर्ट की महारानी श्वियोंटेक अब अपना पहला विंबलडन खिताब जीतने की तैयारी में हैं। वे पहले ही बाकी तीन ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं।
महिला फाइनल तय: श्वियोंटेक बनाम अनीसिमोवा
12 जुलाई, शनिवार को होने वाला महिला फाइनल रोमांच से भरपूर होगा—एक ओर होगी श्वियोंटेक की रणनीतिक चतुराई, दूसरी ओर अनीसिमोवा की ताकतवर हिटिंग।
दिलचस्प बात यह है कि विंबलडन लगातार आठवीं बार एक नई महिला चैंपियन को देखने जा रहा है।

विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट
डबल्स और व्हीलचेयर वर्ग की झलक
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मिक्स्ड डबल्स: सेम वर्बीक और कतेरीना सिनियाकोवा ने जो सैलिसबरी और लुइसा स्टेफनी को दो टाईब्रेक सेटों में हराकर खिताब जीता: 7-6, 7-6
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🇬🇧 पुरुष डबल्स: ब्रिटेन के जूलियन कैश और लॉयड ग्लासपूल की जोड़ी 1960 के बाद पहली ऑल-ब्रिटिश जोड़ी बनी जो फाइनल में पहुंची।
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व्हीलचेयर एकल: ब्रिटेन के अल्फी हेवेट ने मार्टिन डी ला पुएंते को सीधे सेटों में हराकर फाइनल में जगह बनाई: 6-0, 7-5
इनामी राशि और तकनीकी बदलाव
विंबलडन 2025 में इनामी राशि रिकॉर्ड स्तर पर रही—हर एकल विजेता को $4 मिलियन से अधिक की राशि दी जाएगी।
इतिहास में पहली बार, टूर्नामेंट में मानव लाइन जज को हटाकर पूरी तरह से ऑटोमेटेड लाइन-कॉलिंग सिस्टम लागू किया गया, जिससे मैचों की गति और सटीकता में सुधार हुआ।
स्वास्थ्य और सुरक्षा मुद्दे
पुरुष सेमीफाइनल के दौरान तेज गर्मी के कारण दर्शकों में कई मेडिकल इमरजेंसी हुईं, जिनमें से एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा।
अब आयोजकों से उम्मीद की जा रही है कि वे गर्मी से सुरक्षा के लिए नए प्रोटोकॉल लागू करें।
निष्कर्ष
विंबलडन 2025 सिर्फ एक टेनिस टूर्नामेंट नहीं, बल्कि टेनिस के भविष्य की घोषणा है। जहां जोकोविच जैसे दिग्गजों की जगह अब सिन्नर और अल्कराज जैसे नए सितारे ले रहे हैं, वहीं महिला वर्ग में नई और निडर प्रतिभाएं उभरकर सामने आई हैं। इस साल का विंबलडन इतिहास की किताबों में एक नए युग की शुरुआत के रूप में दर्ज हो गया है।
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