शनिवार, 12 जुलाई 2025

Maalik (2025) Movie Review: राजकुमार राव की अब तक की सबसे दमदार परफॉर्मेंस, एक रॉ और रियल गैंगस्टर ड्रामा

Date 11july2025

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Maalik (2025) Movie : Rajkummar Rao



राजकुमार राव की नई फिल्म मालिक ने सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है और यह साफ है कि यह फिल्म सिर्फ एक आम गैंगस्टर कहानी नहीं है। निर्देशक पुलकित के निर्देशन में बनी यह फिल्म 80 और 90 के दशक के उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक हालातों की पृष्ठभूमि में एक युवा की सत्ता की भूख और सत्ता से टकराव की कहानी को बयां करती है।


 कहानी और स्क्रिप्ट

मालिक की कहानी दीपक (राजकुमार राव) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक गरीब किसान का बेटा है। गरीबी, अपमान और व्यवस्था की विफलताओं से जूझते हुए, दीपक एक आम लड़के से एक बेरहम गैंगस्टर बन जाता है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे सत्ता, लालच, और बदला एक इंसान को कहां से कहां ले जा सकते हैं।

स्क्रिप्ट पहले हाफ में तीखी और मजबूत है, लेकिन इंटरवल के बाद कहानी थोड़ी सी खिंचती महसूस होती है। कई जगह पुराने गैंगस्टर ड्रामा की झलक भी मिलती है, जिससे कुछ सीन प्रेडिक्टेबल हो जाते हैं।


 अभिनय

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Maalik (2025) Movie : Rajkummar Rao



राजकुमार राव

यह कहना गलत नहीं होगा कि यह राजकुमार राव की अब तक की सबसे पावरफुल और ट्रांसफॉर्मेटिव परफॉर्मेंस है। एक भोले किसान के बेटे से खौफनाक डॉन बनने तक के सफर को उन्होंने बड़ी शिद्दत और गहराई से निभाया है।

मानुषी छिल्लर

फिल्म में उनका किरदार सीमित है लेकिन उन्होंने अपने हिस्से को ईमानदारी से निभाया है। उनकी मौजूदगी भावनात्मक गहराई देती है।

सौरभ शुक्ला, स्वानंद किरकिरे, प्रोसेनजीत चटर्जी

सपोर्टिंग कास्ट ने भी अपने किरदारों को मजबूती से निभाया है। सौरभ शुक्ला का राजनीतिक किरदार और स्वानंद का संवाद डिलीवरी खास तौर पर नोट करने लायक है।


 निर्देशन और तकनीकी पक्ष

निर्देशक पुलकित ने एक रॉ और ग्रिट्टी अंडरवर्ल्ड वर्ल्ड को पर्दे पर उकेरने में शानदार काम किया है। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक भ्रष्टाचार, जातीय संघर्ष और गैंग वॉर को रियलिस्टिक अंदाज में दिखाया गया है।

  • सिनेमैटोग्राफी: ग्रामीण उत्तर भारत के वातावरण को कैमरे ने बखूबी कैद किया है। धूल, धुआं, और अंधेरा—सब कुछ एक किरदार बनकर उभरता है।

  • बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा का संगीत प्रभावशाली है। खासकर इंटेंस सीन में BGM कहानी को ऊंचाई देता है।


 बॉक्स ऑफिस और पब्लिक रिस्पॉन्स

फिल्म की एडवांस बुकिंग पहले थोड़ी धीमी रही (करीब 6500 टिकट), लेकिन रिलीज के बाद पब्लिक का रिस्पॉन्स तेजी से बढ़ा है। सोशल मीडिया पर फिल्म को ‘राजकुमार राव की अब तक की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस’ कहकर सराहा जा रहा है। खासकर युवा दर्शकों को फिल्म का रॉ ट्रीटमेंट और पावरफुल डायलॉग्स बहुत पसंद आ रहे हैं।


 निष्कर्ष

मालिक एक ऐसी फिल्म है जो सिर्फ एक गैंगस्टर की कहानी नहीं बल्कि सिस्टम से टकराने वाले हर आम आदमी की कहानी भी है। हालांकि दूसरी छमाही में फिल्म थोड़ी खिंचती है, लेकिन राजकुमार राव की एक्टिंग, दमदार डायलॉग्स और लोकेशन की रियल फील फिल्म को देखने लायक बना देती है।


 हमारी रेटिंग: ★★★★☆ (4/5)

जरूर देखें यदि:

  • आप राजकुमार राव के फैन हैं।

  • आपको रॉ और ग्राउंडेड क्राइम ड्रामा पसंद हैं।

  • आप रियलिस्टिक राजनीतिक और सामाजिक बैकड्रॉप में बनी फिल्में पसंद करते हैं।

विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट

 11 जुलाई 2025

विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट
विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट


विंबलडन 2025 एक ऐसा ग्रैंड स्लैम बनकर उभरा है जिसे टेनिस प्रेमी वर्षों तक याद रखेंगे। यह टूर्नामेंट नई प्रतिभाओं के उभरने, भावनात्मक जीतों और ऐतिहासिक पलों से भरपूर रहा। लंदन के ऑल इंग्लैंड क्लब में आयोजित यह प्रतिष्ठित आयोजन इस बार टेनिस की बदलती तस्वीर और भविष्य की झलक लेकर आया।


पुरुष एकल: नई प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत

सिन्नर ने जोकोविच को चौंकाया

विश्व नंबर 1 जानिक सिन्नर ने दिग्गज खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को सीधे सेटों में हराकर इतिहास रच दिया:
6-3, 6-3, 6-4

जोकोविच पिछले राउंड में लगी जांघ की चोट के कारण असहज नजर आए।
यह सिन्नर का पहला विंबलडन फाइनल है और लगातार चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल, जो इस खेल में एक पीढ़ीगत बदलाव की ओर इशारा करता है।

अल्कराज ने फ्रिट्ज को हराया

गत विजेता कार्लोस अल्कराज ने टेलर फ्रिट्ज को चार सेटों में हराया:
6-4, 5-7, 6-3, 7-6(4)

मैच के दौरान गर्मी (30°C से ऊपर) के कारण दो दर्शकों को मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ा, जिससे खेल कुछ समय के लिए रुका।

महासंग्राम: अल्कराज बनाम सिन्नर

13 जुलाई, रविवार को पुरुष फाइनल में अल्कराज और सिन्नर आमने-सामने होंगे।
यह मुकाबला फ्रेंच ओपन फाइनल की रीमैच है और टेनिस की नई युग की शुरुआत मानी जा रही है।


महिला एकल: साहसिक प्रदर्शन और दबदबा

अनीसिमोवा का बड़ा उलटफेर

अमेरिका की उभरती स्टार अमांडा अनीसिमोवा ने वर्ल्ड नंबर 1 आर्यना सबालेंका को तीन सेटों के मुकाबले में चौंका दिया:
6-4, 4-6, 6-4

सिर्फ 23 साल की उम्र में वे 2004 के बाद सबसे युवा अमेरिकी महिला बनीं जो विंबलडन फाइनल में पहुंची हैं।

श्वियोंटेक का पहला विंबलडन फाइनल

टॉप सीड इगा श्वियोंटेक ने सेमीफाइनल में बेलिंडा बेनसिच को आसानी से हराया:
6-2, 6-0

क्लेकोर्ट की महारानी श्वियोंटेक अब अपना पहला विंबलडन खिताब जीतने की तैयारी में हैं। वे पहले ही बाकी तीन ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं।

महिला फाइनल तय: श्वियोंटेक बनाम अनीसिमोवा

12 जुलाई, शनिवार को होने वाला महिला फाइनल रोमांच से भरपूर होगा—एक ओर होगी श्वियोंटेक की रणनीतिक चतुराई, दूसरी ओर अनीसिमोवा की ताकतवर हिटिंग।

दिलचस्प बात यह है कि विंबलडन लगातार आठवीं बार एक नई महिला चैंपियन को देखने जा रहा है।


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विंबलडन 2025: नए दिग्गजों और ऐतिहासिक पलों का टूर्नामेंट


डबल्स और व्हीलचेयर वर्ग की झलक

  • मिक्स्ड डबल्स: सेम वर्बीक और कतेरीना सिनियाकोवा ने जो सैलिसबरी और लुइसा स्टेफनी को दो टाईब्रेक सेटों में हराकर खिताब जीता: 7-6, 7-6

  • 🇬🇧 पुरुष डबल्स: ब्रिटेन के जूलियन कैश और लॉयड ग्लासपूल की जोड़ी 1960 के बाद पहली ऑल-ब्रिटिश जोड़ी बनी जो फाइनल में पहुंची।

  • व्हीलचेयर एकल: ब्रिटेन के अल्फी हेवेट ने मार्टिन डी ला पुएंते को सीधे सेटों में हराकर फाइनल में जगह बनाई: 6-0, 7-5


इनामी राशि और तकनीकी बदलाव

विंबलडन 2025 में इनामी राशि रिकॉर्ड स्तर पर रही—हर एकल विजेता को $4 मिलियन से अधिक की राशि दी जाएगी।

इतिहास में पहली बार, टूर्नामेंट में मानव लाइन जज को हटाकर पूरी तरह से ऑटोमेटेड लाइन-कॉलिंग सिस्टम लागू किया गया, जिससे मैचों की गति और सटीकता में सुधार हुआ।


स्वास्थ्य और सुरक्षा मुद्दे

पुरुष सेमीफाइनल के दौरान तेज गर्मी के कारण दर्शकों में कई मेडिकल इमरजेंसी हुईं, जिनमें से एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा।

अब आयोजकों से उम्मीद की जा रही है कि वे गर्मी से सुरक्षा के लिए नए प्रोटोकॉल लागू करें।


निष्कर्ष

विंबलडन 2025 सिर्फ एक टेनिस टूर्नामेंट नहीं, बल्कि टेनिस के भविष्य की घोषणा है। जहां जोकोविच जैसे दिग्गजों की जगह अब सिन्नर और अल्कराज जैसे नए सितारे ले रहे हैं, वहीं महिला वर्ग में नई और निडर प्रतिभाएं उभरकर सामने आई हैं। इस साल का विंबलडन इतिहास की किताबों में एक नए युग की शुरुआत के रूप में दर्ज हो गया है।

शुक्रवार, 11 जुलाई 2025

भारत बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स में तीसरा टेस्ट

 

10 जुलाई 2025

India vs England – 3rd Test at Lord’s: Day 1
भारत बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स में तीसरा टेस्ट


लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर तीसरे टेस्ट की शुरुआत बेहद रोमांचक रही, जहाँ दोनों टीमों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। यह मैच पूरी सीरीज़ की दिशा तय कर सकता है।


टॉस और रणनीति में बदलाव

हाल ही में 'बैज़बॉल' रणनीति से जीत हासिल करने वाली इंग्लैंड टीम ने आज सतर्क रवैया अपनाया—उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाज़ी का मौका बेन स्टोक्स को दिया, जिन्होंने धीमे और संयमित अंदाज़ में पारी की शुरुआत की।


भारत की तेज़ शुरुआत

नितीश कुमार रेड्डी ने अपने एक ही ओवर में दोनों सलामी बल्लेबाज़ों को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई और इंग्लैंड को सिर्फ 44/2 पर पहुँचा दिया। इसके बाद जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा ने मिलकर इंग्लैंड की मिडल ऑर्डर को भी झटका दिया।


रूट और स्टोक्स की दीवार

दिन 1 का सबसे बड़ा आकर्षण था इन दो अनुभवी बल्लेबाज़ों का संयम और एकाग्रता:

  • जो रूट ने 191 गेंदों में नाबाद 99 रन बनाकर पारी को संभाला।

  • बेन स्टोक्स ने 102 गेंदों में 39 रन बनाकर उनका साथ निभाया, हालांकि वे ग्रोइन इंजरी से जूझते नज़र आए।


चोट 

मैच के पहले ही दिन दो प्रमुख खिलाड़ियों की चोटें चिंता का विषय बनीं:

  1. बेन स्टोक्स को खेल के दौरान असहज महसूस हुआ, जिससे इंग्लैंड की लय पर असर पड़ सकता है।

  2. ऋषभ पंत को अंगुली में चोट लगी, जिसके कारण ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग करनी पड़ी।


🏏 निष्कर्ष

पहले दिन की खेल की कहानी रही—संयमित गेंदबाज़ी और सधी हुई बल्लेबाज़ी। इंग्लैंड ने मज़बूत नींव रखी, लेकिन भारत ने भी पकड़ ढीली नहीं होने दी। यह मैच सीरीज़ के परिणाम के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। दूसरे दिन का खेल असली तस्वीर पेश करेगा।

गुरुवार, 10 जुलाई 2025

भारत बंद 2025: जब देश की सड़कों पर गूंज उठी मज़दूर-किसान की आवाज़

 9 जुलाई 2025

 राष्ट्रव्यापी भारत बंद, देशभर के मज़दूर संगठनों और किसान यूनियनों का संयुक्त आंदोलन 
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भारत ने एक बार फिर एक बड़े श्रमिक और किसान आंदोलन का गवाह बना जब 9 जुलाई 2025 को देशभर में भारत बंद का आह्वान किया गया। यह बंद न केवल सरकार की नई श्रम नीतियों के विरोध में था, बल्कि सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, और कृषि संकट जैसे कई गंभीर मुद्दों को लेकर था। इसमें भाग लेने वाले संगठनों ने इसे एक ‘जनता की चेतावनी’ करार दिया।

इस भारत बंद को समर्थन देने वाले संगठनों की सूची बेहद व्यापक रही:

  • 10 केंद्रीय श्रमिक संगठन:
    INTUC, AITUC, CITU, HMS, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, और UTUC

  • संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और अन्य किसान यूनियनें

  • ग्रामीण मज़दूर संगठनों की भी बड़ी भागीदारी रही

       BMS (भारतीय मज़दूर संघ) ने इस बंद में भाग नहीं लिया।


आंदोलन की मुख्य मांगें

हड़ताल की 17 प्रमुख मांगों में से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित हैं:

  1. चार श्रम संहिताओं की वापसी, जिन्हें मज़दूर विरोधी कहा जा रहा है।

  2. सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी परिसंपत्तियों के निजीकरण पर रोक

  3. पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली और सभी रिक्त सरकारी पदों की भरपाई।

  4. ₹26,000 न्यूनतम वेतन की मांग।

  5. किसानों के लिए कानूनी रूप से सुनिश्चित MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य)

  6. ILO कन्वेंशन 87 और 98 के पूर्ण अनुपालन की मांग।

  7. 100 कार्य दिवस से बढ़ाकर 200 दिन की MGNREGA रोजगार गारंटी

बंद का असर – कहां क्या रहा प्रभावित?

सेक्टरप्रभाव
बैंकिंग सेवाएंसरकारी बैंकों में कामकाज ठप, करोड़ों की बैंकिंग लेनदेन रुकी।
सार्वजनिक परिवहनकेरल, ओडिशा, बंगाल और तमिलनाडु में बस सेवाएं बाधित रहीं।
रेल सेवाएंरेलवे यूनियनों की सीधी भागीदारी नहीं थी, फिर भी कई जगह ट्रेनें प्रभावित हुईं।
औद्योगिक उत्पादनकोयला खदान, एलपीजी यूनिट्स, और तेल रिफाइनरियों में कार्य बाधित।
शिक्षा संस्थानशहरी क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज खुले रहे; ग्रामीण क्षेत्रों में आंशिक बंद।



 ज़मीनी हालात और पुलिस की कार्रवाई

  • तमिलनाडु में 30,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी हुई।

  • पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हाईवे और सड़कों पर रुकावटें देखी गईं।

  • हावड़ा, जादवपुर और दरभंगा जैसे इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई।

  • कुछ स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़पें भी हुईं।

आगे की राह: क्या बदलाव आएंगे?

  • अभी तक केंद्र सरकार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

  • संगठनों ने कहा है कि यदि सरकार बात नहीं करती, तो यह आंदोलन स्थायी रूप ले सकता है।

  • भारत बंद को भारत के औद्योगिक इतिहास में एक निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।

  • 9 जुलाई 2025 का भारत बंद केवल एक दिन की हड़ताल नहीं था, यह भारत के मज़दूरों, किसानों और ग्रामीण समाज की आर्थिक और सामाजिक असंतोष की तीव्र अभिव्यक्ति थी। सरकार को इस सामूहिक आवाज़ को केवल विरोध नहीं, बल्कि नीति सुधार का अवसर समझना चाहिए।




source

  • Associated Press (AP News)

  • NDTV

  • Hindustan Times

  • The Indian Express

  • LiveMint

  • Times of India

  • Navbharat Times


रविवार, 16 जुलाई 2017

देश का पहला ऐसा वीवीआईपी पेड़ जिसकी 24 घंटे चार गार्ड निगरानी करते हैं

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VVIP TREE KI NIGRANI KARTE HUYE GAURDS

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा ये  पेड़  देश का शायद सबसे पहला ऐसा वीवीआईपी पेड़ जिसकी 24 घंटे चार गार्ड निगरानी करते हैं. इसके लिए खास तौर पर पानी के टैंकर का इंतजाम है लोहे की लगभग 15 फीट ऊंची जाली के अंदर है यह बोधि वृक्ष.सिंचाई के लिए यहां सांची नगरपालिका ने अलग से पानी के टैंकर का इंतजाम किया है. पेड़ को बीमारी से बचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी हर हफ्ते दौरा करते हैं. यह सब  जिला कलेक्टर की निगरानी में होता है 
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BODHI TREE


इलाके के एसडीएम वरुण अवस्थी ने कहा सुरक्षा के लिए 1-4 गार्ड लगाए हैं. पूरी पहाड़ी को बौद्ध विश्वविद्यालय के लिए आवंटित किया गया है. पूरा क्षेत्र बौद्धिस्ट सर्किट के तौर पर विकसित किया जा रहा है.इस पेड़ का एक पत्ता भी सूखे तो प्रशासन चौकन्ना हो जाता है. पेड़ तक पहुंचने के लिए भोपाल-विदिशा हाईवे से पहाड़ी तक पक्की सड़क भी बनाई गई है.

VVIP TREE
यहां 21 सितंबर, 2012 को श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने बोधि वृक्ष को रोपा था. बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए इसका खास महत्व है. बौद्ध धर्मगुरू चंद्ररतन ने कहा तथागत बुद्ध ने बोधगया में इसी पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था. भारत से सम्राट अशोक इसी पेड़ की शाखा श्रीलंका ले गए थे. उसे अनुराधापुरम में लगाया था, उसी को सांची बौद्ध विश्वविद्यालय की जमीन पर लगाया गया.  
   पेड़ के रखरखाव में हर साल लगभग 12-15 लाख रुपये खर्च होते हैं, 

गुरुवार, 22 जून 2017

Lenovo Z2 Plus (Black, 64GB

lenovo z2 plus
Lenovo Z2 Plus (Black, 64GB)

Features and details 
Qualcomm Snapdragon 820, 4 custom Kryo
cores, 2.15Ghz, 14nm FinFET process,

4GB DDR4 RAM,

64GB SmartSLC internal memory,

Dual SIM (nano+nano),

VoLTE & 4G

Android v6.0.1 with Google Now launcher,

3500mAh high density Li-Ion Battery

13MP large pixel (1.34µm) primary camera with Hybrid autofocus (PDAF&CAF),

4K video recording, slow-motion capture (120fps), Time-lapse, Live Filters, Auto HDR.

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12.7 centimeters (5-inch) LTPS LCD capacitive touchscreen with 1920 x 1080 pixels resolution and 441 ppi pixel density

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